कलेक्टर मनीष सिंह ने आज टीएल बैठक में निर्देश दिये थे कि ऐसे स्कूल जिन्होंने बच्चों के टीकाकरण में लापरवाही की है, उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाये। आकस्मिक जांच का सिलसिला आगे भी लगातार जारी रहेगा।
कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में आज विभिन्न स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण कराये जाने के कार्य में लापरवाही करना पाये जाने पर चार स्कूलों को सील किया गया।
इसके बाद प्रशासन की टीमें स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण पर निकलीं। अपर कलेक्टर पवन जैन ने छावनी के सेंट अर्नाल्ड स्कूल को सील किया। इस स्कूल में पात्र कुल 741 बच्चों में से 647 का टीकाकरण हो चुका है। शेष 94 बच्चे टीकाकरण से शेष है।
अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा ने टैगोर पब्लिक स्कूल की जांच की गई। जांच में पाया गया कि 310 विद्यार्थियों में से 208 विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। शेष 102 बच्चों के वैक्सीनेशन बाकी है। आगामी आदेश तक प्राचार्य का कार्यालय सील किया गया। विद्यालय से अपेक्षा की गई कि शीघ्र अतिशीघ्र वैक्सीनेशन का कार्य पूर्ण कर रिकॉर्ड उपलब्ध कराएं।
अपर कलेक्टर राजेश राठौर ने बताया कि निरीक्षण के दौरान पाया गया कि छावनी स्थित बेगम खान बहादुर विद्यालय में 15 से 17 वर्ष तक के 414 बच्चे प्रवेशित हैं। इनमें से 116 बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है। इस स्कूल को सील किया गया।
इसी तरह अपर कलेक्टर आर.एस. मण्डलोई ने भी कार्रवाई करते हुये पलासिया स्थित सेंट उमर हायर सेकेंडरी स्कूल को सील किया। इस स्कूल में 15 से 17 वर्ष तक के 953 बच्चे हैं। इनमें से अभी तक 235 बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है।