पुष्यमित्र की सहजता, और सौम्यता इंदोरियंस को भा गई

बहुचर्चित और बहुप्रतीक्षित नगर – निगम चुनाव में सतत पांचवी बार नगर – सरकार पर भगवा – राज आखिरकार पुनः काबिज हो गया है… इस बार के चुनाव के मायने कुछ अलग, खास और अहम थे… जहां पुष्यमित्र को खोने को बहुत कुछ था… शिवराज की लुटिया का भी सवाल था… इधर संजय के पास तो खोने को कुछ भी था ही नही… शिवराज ने भी पूरा दमखम झोंका… स्थानीय नेताओं, विधायक और कार्यकर्ताओं को अल्टीमेटम से लेकर चेतावनी शिवराज दे डाली… सबसे उपर संगठन, उनकी अपनी कार्यशैली, उनका अपना कार्य करने का जुदा अंदाज हमेशा की तरह सर्वोपरि रहा… और अतः संघ का मिशन सफल रहा… कुल मिलाकर शिवराज की लाज – लज्जा पुष्यमित्र के हाथ में थी जो कि उन्होंने सर्वाधिक एवम रिकॉर्ड मतों से जीतकर बचाई भी और अपनी श्रेष्ठता भी साबित की…

अपनी सहजता, सौम्यता और मिलनसरिता से अहिल्यानगरी के लोगों को पुष्यमित्र ने निसंदेह आर्कषित ही नही किया, बल्कि अपनी एक अलग छाप भी छोड़ी… अपनी मधुर – मुस्कान और सादगी से पुष्यमित्र ने एक नए और अंजान चेहरे का लोगों को एहसास भी होने नही दिया… पढ़े – लिखे और विद्वान होने का बोनस भी उन्हें भरपूर मिला…

दुनिया के नक्शे में अपना वजूद बनाता ये शहर जिसके भावी ,अहम और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स, योजनाएं के लिए यकीनन एक विज़न वाले, दूरदर्शी, विद्वान और पढ़े – लिखे शख्स की जरूरत होती है शायद ये इंदोरियंस जान गए थे… इसलिए पुष्य को अपना भरपूर समर्थन, प्यार, और साथ दिया और दिल खोलकर मत का आशीर्वाद देकर… रिकॉर्ड मतों और सर्वाधिक में मतों की बारिश भी की…

पुष्यमित्र का मीडियाकर्मियों से व्यवहार बहुत ही मधुर रहा… अपने व्यस्त शीड्यूल के बावजूद मीडिया साथी रोहित तिवारी के पिताश्री को अस्पताल देखने जाना भी उनके व्यक्तित्व की विशेषता है…
ऐतिहासिक मिशन- ए – चुनाव जीतने का जश्न भाजपा मना रही है और मनाना भी चाहिए क्योंकि ये जीत खास और महत्वपूर्ण भी है…पूरे देश की नजर इस चुनाव पर लगी हुई थी… शुरुवात में महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव की उम्मीदवारी किसी को भी न तो गले उतर रही थी न ही हजम हो पा रही थी…लेकिन धीरे – धीरे पुष्य ने अपना रंग जमा ही दिया…, आधा चुनावी केम्पेन तो रूठो के मान – मनव्वर में ही बीत गया… भाजपा की इस जीत के निर्माता, निर्देशक, शिवराज, वीडी शर्मा रहे… पुष्यमित्र ने दोनो के साथ भरपूर न्याय किया…

शहर को बेशक युवा, लग्नशील, आत्मविश्वास से लबरेज, विद्वान मेयर मिला है…, कई खामियों और नाराजगियों को दरकिनार करते हुए शरवासियो ने पुष्य पर अपना भरोसा जताया है… जी भरकर भी आशीर्वाद लुटाया है…
इस शहर की जगरूक जनता को युवा महापौर से बहुत उम्मीदें है… निगम की अनेक खामियों को दुरुस्त करने का जिम्मा भी है… पुष्य निश्चित सभी उम्मीदों पर शत प्रतिशत खरे उतरेंगे ऐसा विश्वास है… इस शहर को और भी खूबसूरत, सुविधाजनक और आर्कषक बनाएंगे और साथ ही एक नायाब मिसाल भी प्रस्तुत करेंगे… शहरवासियों ने नगर निगम के आंगन में पुष्य को अपनेपन और लाड़ – दुलार से रोंप तो दिया है… अब पुष्य को खिलना होगा… सजना होगा…अपनी खासियत और खूबसूरती से महकना होगा और महकाना भी होगा…,
लेखक :- राजेश शर्मा, इंदौर

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